Thursday, November 8, 2012





कुछ लोग हैं जो वक्त की रफ्तार में शामिल,
और कुछ लोग हैं जो वक्त को रफ़्तार देते हैं.
इस वक्त और रफ़्तार की जंग में सुशील,
लगाम जिनके हांथों वो ही शहरयार होते हैं.
शहरयार = बादशाह

© सुशील मिश्र.

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