Friday, January 26, 2018

गणतंत्र

गणतंत्र

गणतंत्र में जनतंत्र के विश्वास का जो मंत्र है,
खंडित उसी को करने का अब बड़ा षडयंत्र है.
दंगा फसाद मिथ्या प्रवंचन नित्यप्रति जो हो रहे,
इनका निदान “संविधान” बस यही एक यन्त्र है.

राष्ट्र है युवा हमारा तीव्र गति में चल रहा,
हर असंभव को भी संभव करने को वो मचल रहा.
सन्मार्ग में अनगिनत बाधाएं आयेंगी ज़रूर,
पर, इनका निदान “संविधान” बस यही एक यन्त्र है.

राष्ट्रध्वज ही प्रेरणा का श्रोत है यह जान लें,
राष्ट्र उन्नति ही समुन्नति का नियम है मान लें.
राष्ट्रभाषा राष्ट्रगान पर संकट यदि कोई दिखने लगे,.
इनका निदान “संविधान” बस यही एक यन्त्र है.

© सुशील मिश्र.

 26/01/2018