एक दीपक खुद में जला के
रखना ज़रूरी है,
सूरज तो सशंकित आसमानों
की तिजोरी है,
रास्ते निगाह में बसा के
रखें या ना रखें,
मगर काँटों भरी राह में
चलने के लिए ,
दिल में हौसला बहुत ज़रूरी है.
दिल में हौसला बहुत ज़रूरी है.
© सुशील मिश्र.
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