वन्देमातरम
हे ज्ञान की वरदायिनी दे ज्ञान वन्देमातरम,
अभिमान वन्देमातरम स्वाभिमान वन्देमातरम .
उद्घोष के संघोष का संतोष वन्देमातरम.
परितोष के वरदान का है ज्ञान वन्देमातरम.
अच्युत युधिष्ठिर कर्ण का सम्मान वन्देमातरम ,
है भीम का पौरुष पराक्रम मान वन्देमातरम.
गाण्डीव की टंकार की हुँकार वन्देमातरम,
अब चहुँ दिशा में गूंजता है गान वन्देमातरम.
गुँजित धरा के गुन्जनों से तृप्त वन्देमातरम,
है भीष्म के सुकृत सभी संतृप्त वन्देमातरम.
दानव दनुज की काट का उच्चाट वन्देमातरम,
है आन वन्देमातरम और शान वन्देमातरम.
है राम के संतोष का उद्घोष वन्देमातरम,
और जानकी के त्याग का उद्भाष वन्देमातरम.
लक्ष्मण भरत शत्रुघ्न का एकात्म वन्देमातरम,
है स्वर्ग भी ऊँचा नहीं यह धाम वन्देमातरम.
गीता बताती ज्ञान का उत्थान वन्देमातरम,
चौपाईयां भी हैं सुनाती आन वन्देमातरम.
साईं और नानक कह गये बस नाम वन्देमातरम,
है कलिसमय में बस यही एक ज्ञान वन्देमातरम.
राणा शिवा से वीरों का निर्वाण वन्देमातरम,
प्रतिमान वन्देमातरम गतिमान वन्देमातरम.
शोणित बहा वीरों का फिर भी गाया वन्देमातरम,
फांसी चढ़े सूली चढ़े ये त्याग वन्देमातरम.
लक्ष्मी अहिल्या का है ये ईतिहास वन्देमातरम,
रोटी कमल के नारों में था निहित वन्देमातरम.
वीरों के उन बलिदानों का सम्मान वन्देमातरम,
है धीर वन्देमातरम है वीर वन्देमातरम.
पद्मावती के जीवन का है भाष वन्देमातरम,
सतियों के जौहर ने किया था त्रास वन्देमातरम,
मेवाड़ के उत्थान का ईतिहास वन्देमातरम,
मुग़लों के सर्वनाश का है भान वन्देमातरम.
शेखर भगत के गीतों से है महका वन्देमातरम,
वीरों की फुलवारी में फिर से चहका वन्देमातरम.
अंगारों पे चलने का है उत्साह वन्देमातरम,
है श्वांस वन्देमातरम और आस वन्देमातरम.
कारगिल विजय के मान का है ध्यान वन्देमातरम,
उन चोटियों पर जो बहा था रक्त वन्देमातरम.
वीरों ने फिर भी रच दिया ईतिहास वन्देमातरम,
है आस वन्देमातरम विश्वास वन्देमातरम.
सारे जहां में सत्य और विश्वास वन्देमातरम,
बंधुत्व के ईतिहास का उत्थान वन्देमातरम.
हिंसा नहीं हो शान्ति केवल ज्ञान वन्देमातरम,
माता पिता हों
देवता प्रतिमान वन्देमातरम.
एक दूसरे का सुख और दुःख वन्देमातरम,
एक दूसरे पर आस और विश्वास वन्देमातरम.
नीचा दिखाने में नहीं विश्वास वन्देमातरम,
संस्कृति सदा विकसित रहे यह काम वन्देमातरम.
केशव के बलिदानों की है सौगात वन्देमातरम,
एकात्म के ही ज्ञान का प्रस्ताव वन्देमातरम.
हो संगठन की चाह सबमें यह प्राण वन्देमातरम,
बस संघ दिग्घोषित रहे यह चाह वन्देमातरम.
माँ भारती का हो सदा उत्थान वन्देमातरम,
कश्मीर वन्देमातरम पंजाब वन्देमातरम,
आतंक का होता रहे बस नाश वन्देमातरम,
वीरों में फिर से जागरण उत्साह वन्देमातरम.
© सुशील मिश्र.
22/10/2003